लेखनी कहानी -31-Aug-2022
गौरी के लाल
गौरी के लाल तुम हो कमाल।
करते चूहे पर सवारी।।
वो भी शरीर लिए विशाल।।
आओ जमीन पर घूम ने की बारी आई।
चूहे ने अपनी स्पीड बढ़ाई।।
शिव जी से ले लो परमिशन
के पापा धरती के टूर की बारी आई।
धरती पर देखो कैसे धूमधाम छाई।
मोदक ही मोदक वो भी
कई वैरायटी वाले।
खाने की बारी आई।।
आजाओ हमको भी तुम्हारी
बहुत याद आई।।
Raziya bano
31-Aug-2022 08:18 PM
Nice
Reply
Renu
31-Aug-2022 03:58 PM
👍👍
Reply
Mahendra Bhatt
31-Aug-2022 09:46 AM
बहुत खूब
Reply